अकेलापन हर किसी की ज़िंदगी में कभी न कभी दस्तक देता है। कुछ लोग इसे दर्द में ढाल देते हैं तो कुछ शायरी में। “Alone Shayari 2 Lines” ऐसे ही भावनाओं को दो पंक्तियों में समेटने की कला है। ये शायरी दिल को छूती है, अकेलेपन के अहसास को शब्दों में ढालती है।
Alone Shayari 2 Lines in Hindi
Download Imageअकेले ही गुजरती है अब ज़िंदगी,
क्योंकि जिस पर भरोसा किया वही बेवफ़ा निकला।
अब कोई शिकवा नहीं तन्हाई से,
क्योंकि उसने ही सबसे सच्चा साथ निभाया।
भीड़ में भी अक्सर खुद को अकेला पाया है,
जिसे दिल से चाहा, उसी ने रुलाया है।
खामोशियां ही अब मेरी ज़ुबान हैं,
अकेलापन ही मेरी पहचान है।
हर उम्मीद पर अब पर्दा डाल दिया,
जब अपनों ने ही अकेला छोड़ दिया।
तन्हाई से अब डर नहीं लगता,
क्योंकि इसकी आदत सी हो गई है।
जिसे अपना कहा, उसने ही अकेला कर दिया,
अब किसी से भी कोई गिला नहीं रहा।
अब खुद से बातें करना अच्छा लगता है,
क्योंकि लोग सुनकर भी समझते नहीं।
मुस्कान दिखती है बाहर से,
पर अंदर से हर रोज़ टूटता हूं मैं।
जिसके बिना जी नहीं सकते थे,
आज उसी के बिना जीना सीख लिया।
मोहब्बत में अकेलेपन की शायरी
Download Imageजिसे चाहा था दिल से, वही दूर हो गया,
अब मोहब्बत में तन्हा जीना मंज़ूर हो गया।
तेरी मोहब्बत में ऐसा असर हो गया,
भीड़ में भी अब खुद को अकेला महसूस करता हूं।
मोहब्बत के नाम पर कुछ भी ना मिला,
सिवाय तन्हाई के और यादों के सिलसिले।
तेरे बिना जो लम्हा गुजरता है,
वो ज़िंदगी नहीं, एक सज़ा सी लगती है।
वो मोहब्बत भी क्या जो साथ ना निभा सके,
हम अकेले रह गए और वो बेगाना हो गया।
जिसे अपना सब कुछ समझा,
आज उसी की कमी सबसे ज़्यादा खलती है।
तू था तो हर दर्द आसान लगता था,
अब तो तन्हाई भी एक साज़िश सी लगती है।
जिसे खोने का डर हर पल सताता था,
अब उसी की यादों में तन्हा रोते हैं।
तेरे बिना सब अधूरा है,
मोहब्बत भी और ये तन्हा सफर भी।
मोहब्बत में मिला सिर्फ़ अकेलापन,
अब तो दिल भी कहता है – बस कर अब।
अकेलेपन पर साइलेंट शायरी
Download Imageअब खामोशी ही सबसे बड़ी सच्चाई है,
लफ़्ज़ों ने तो बस गलतफहमियां दी हैं।
तेरा नाम लबों पर लाना भी छोड़ दिया,
अब तो खामोशी में ही सब कुछ कह देता हूं।
जो कह नहीं सके, वो आज भी दिल में हैं,
खामोशी हमारी सबसे बड़ी मोहब्बत है।
अब कोई आहट दिल को नहीं डराती,
खामोशी से दोस्ती कर ली है मैंने।
कुछ दर्द ऐसे हैं जो कहे नहीं जाते,
बस खामोशी में धीरे-धीरे सिसकते हैं।
अकेलापन अब कुछ कहता नहीं,
बस खामोशी में डूब कर सिखाता है जीना।
वो बात जो आंखें कह गईं,
वो खामोशी लफ्ज़ों में कहां थी।
भीड़ में रहकर भी जब खामोश रहने लगे,
समझ लो तन्हाई अब आदत बन गई है।
हर रोज़ एक नकाब पहन कर निकलता हूं,
खामोशी के पीछे खुद को छुपा लिया है।
अब लफ़्ज़ कम और खामोशी ज़्यादा होती है,
क्योंकि दर्द अब ज़ुबां से नहीं बहता।
जीवन के अकेले सफर की शायरी
Download Imageअकेले चलना सीखा है वक्त ने सिखाया है,
हर मोड़ पर खुद को ही हमसफ़र बनाया है।
भीड़ में भी अक्सर तन्हा रहता हूं,
खुद से ही रोज़ बातें करता हूं।
अब किसी के इंतज़ार की ज़रूरत नहीं,
अकेले चलने की आदत सी हो गई है।
हर रिश्ता जब बोझ बनने लगे,
तब अकेले चलना ही बेहतर लगता है।
ना कोई शिकायत है, ना कोई गिला,
अब सफर मेरा है और साथी मेरी तन्हाई।
कभी सोचा नहीं था कि यूं अकेले चलना पड़ेगा,
पर अब यही रास्ता सबसे सुकून देता है।
ज़िंदगी ने सिखाया हर कदम अकेले बढ़ना,
अब तो खुद से ही मुलाक़ातें होती हैं।
कभी जो थे अपने, आज अजनबी से हैं,
इस सफर में बस यादें साथ चलती हैं।
अकेलेपन का भी एक मज़ा है यारों,
न कोई सवाल करता है, न कोई जवाब मांगता है।
अब किसी सहारे की तलाश नहीं,
जो टूट कर भी चला, वही असली मुसाफिर है।
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निष्कर्ष
“Alone Shayari 2 Lines” सिर्फ शब्द नहीं होते, ये दिल का आईना होते हैं। दो पंक्तियों में अकेलेपन की पूरी कहानी कही जा सकती है। ये शायरी हमारी भावनाओं को सहारा देती हैं, दिल को हल्का करती हैं और कभी-कभी एक नई शुरुआत की राह दिखाती हैं।

